SSP द्वारा सेना में “अग्निपथ योजना” के विरुद्ध चल रहे आंदोलात्मक कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में कोटद्वार के सभी कोचिंग सेन्टरों के प्रबंधकों की वीसी के माध्यम से ली गयी मीटिंग
वर्तमान में केन्द्र सरकार द्वारा *अग्निपथ योजना* के तहत युवाओं को भारतीय सेना भर्ती में अग्निवीर के तौर पर भर्ती हेतु 4 वर्ष का सेवाकाल किया गया है। उसके परिपेक्ष्य में नवयुवकों में आक्रोश एवं आंदोलात्मक कार्यवाही के दृष्टिगत देश में आगजनी की घटनायें हो रही है। जिसके क्रम में आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जनपद पौड़ी गढ़वाल, श्री यशवन्त सिंह चौहान द्वारा जनपद के कोटद्वार क्षेत्र में कोचिंग सेन्टर अधिक होने तथा जनपद की सीमा बिजनौर उ.प्र. राज्य से जुडे होने के कारण संवेदनशीलता को देखते हुये समस्त कोचिंग सेन्टरों के प्रबन्धकों से ऑनलाइन VC के माध्यम से मीटिंग ली गयी। जिसमें कोटद्वार कोचिंग सेन्टरों के प्रबन्धकों को बताया गया कि आपके कोचिंग सेन्टरों में जो बच्चे पढ़ते हैं, उनको कोचिंग के साथ-साथ उनके भविष्य में बताया जाय कि उनके द्वारा कोई ऐसा कदम न उठाये कि इस योजना के तहत कोई घटना घटित हो, तथा उन पर यदि कोई कानूनी कार्यवाही होती है तो उनके भविष्य पर प्रभाव पड़ सकता है। जिससे उनको आने वाले भविष्य में नुकसान हो सकता है। उक्त मीटिंग में अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार श्रीमती मनीषा जोशी, अपर पुलिस अधीक्षक संचार श्री अनूप काला एवं कोटद्वार के निम्न कोचिंग सेन्टर बंसल क्लासेस, विस्डम कोचिंग सेन्टर, बलूनी क्लासेस, लक्ष्य कोचिंग सेन्टर, सक्षम इंस्टिटयूट, नालन्दा कोचिंग सेन्टर, अविरल क्लासेस, फ्यूचर फाउण्डेशन, साक्षी टूटोरियल, दिल्ली कैम्पस कोचिंग सेन्टर, डबराल क्लासेस, दक्ष इंस्टिटयूट के प्रबन्धक मौजूद रहे।