भ्रामक एवं अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध की जायेगी वैधानिक कानूनी कार्यवाही
अंकिता हत्याकांड के मामले में सोशल मीडिया प्लेटफार्म (फेसबुक, ट्वीटर, इंस्ट्राग्राम आदि) पर कतिपय व्यक्तियों द्वारा बिना तथ्यों के आधार पर भ्रामक एवं समाज में अफवाहें फैलाने वाली पोस्टें डाली जा रही है। जिसमें मुख्य रुप से अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के सम्बन्ध में भ्रामकता फैलायी जा रही है। अवगत कराना है कि मामले में पोस्टमार्टम नियमानुसार डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया। जिसकी वीडियोग्राफी भी की गयी है। प्रकरण में अभियोग की विवेचना के साथ-साथ पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था कु0 पी0 रेणुका देवी द्वारा SIT टीम के नेतृत्व में भी जांच की जा रही है। सोशल साइट्स पर भ्रामक प्रवृत्ति की पोस्टों को डालकर पुलिस के कार्यों को प्रभावित कर अभियुक्तों को लाभ पहुँचाने की कोशिश रहे हैं। इसलिए पुलिस से जनता से अपील की हैं की आप सब “जिम्मेदार नागरिकों की तरह व्यवहार करें, अन्यथा हम ऐसी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने के लिए मजबूर हो जायेंगे।”